8 अप्रैल के दिन ऐसी घटना दर्ज है जिसके बारे में आप शायद नहीं जानते होंगे। इतिहास में मंगल पांडे का नाम हर कोई जानता है। क्या आप जानते हैं कि उन्होंने देश के हित के लिए 8 अप्रैल 1857 को कुर्बानी दी थी। आज मंगल पांडे की 164वीं पुण्यतिथि है। क्रांतिकारी मंगल पांडे ने 1857 में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की थी।

मंगल पांडे की बात करें तो मंगल पांडे का जन्म 19 जुलाई 1827 को हुआ था। फिर 1849 में उन्होंने ईस्ट इंडिया कंपनी की सेना में शामिल हुए। मंगल पांडे एक भारतीय सैनिक थे, जिन्होंने 29 मार्च, 1857 को ब्रिटिश अधिकारियों पर हमला किया था। यह पहला बड़ा विद्रोह था, जिसे 1857 के सिपाही विद्रोह के रूप में जाना जाता है, जिसे अक्सर स्वतंत्रता का पहला युद्ध कहा जाता है। ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने सैनिकों के लिए एक नया हथियार पेश करने के बाद मंगल पांडे को विद्रोह कर दिया। जब 1850 के दशक के मध्य में बैरकपुर में मंगल पांडे गैरीसन में तैनात थे, तब एनलिमल फैट से युक्त कारतूस पेश किए गए थे। वह नए कारतूस बहुत असंतोष का स्रोत थे। यह भारतीय सैनिकों की धार्मिक मान्यताओं के खिलाफ था और इसने उन्हें नाराज कर दिया। उन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासकों के खिलाफ बड़े पैमाने पर विद्रोह किया। विद्रोह देश के सभी कोनों में पहुंच गया और आम लोगों ने अंग्रेजों द्वारा लगाए गए भारतीय विरोधी कानूनों का विरोध किया।
