हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का खास महत्व है.सोमवार के दिन पड़ने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं. इस बार सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल को है. इस दिन नदियों में स्नान करना, दान-पुण्य और दीप दान करना फलदायी माना जाता है.

महत्व
इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाया था और कहा था कि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला लोगों को समृद्धि, स्वास्थ्य और दुखों से मुक्ति मिलती है. और ऐसा भी माना जाता है कि इस दिन नदी में स्नान करने से पितरों कि आत्मा को शांति प्राप्त होती है. हालांकि इस साल कोरोना संक्रमण के चलते नदियों में स्नान नहीं कर सकते तो ऐसे में सूर्योदय से पहले अपने घर पर ही नहाने के पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें.
पूजा विधि
सोमवती अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान कर स्वच्छ कपड़े पहनें, इसके बाद सूर्य देव को अर्घ्य दें, इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करनी चाहिए. इस दिन भगवान शिव और पार्वती के साथ तुलसी पूजा का भी महत्व है. इस दान-दक्षिणा करना फलदायी माना जाता है.
