सुपरस्टार रजनीकांत को अब 51वां दादासाहेब फाल्के पुरस्कार मिलने की जबसे घोषणा हुई है तबसे न सिर्फ उनके फैंस बल्कि उनके को-स्टार, निर्माता-निर्देशक, फिल्ममेकर भी बेहद खुश हैं। सभी राजनीकांत को बधाइयां दे रहे हैं। निर्माता-निर्देशक के.सी बोकाडिया ने रजनीकांत के साथ पांच हिंदी फिल्में कर चुके है और उन्होंने भी रजनीकांत को बधाई दी है। इतना ही नहीं उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा है कि रजनीकांत में काबिलियत है और वे हर एक चीज डिजर्व करते हैं।

केसी बोकाडिया ने कहा, “मैं सुपरस्टार रजनीकांत के साथ ‘फूल बने अंगारे’, ‘इंसानियत का देवता’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘असली नकली’, ‘त्यागी’ कुल पांच फिल्में कर चुका हूं। वे एक्टर तो अच्छे हैं ही, उससे अच्छे इंसान हैं। हम दोनों मद्रास में आस-पास रहते हैं। एक बार रजनीकांत के साथ ‘फूल बने अंगारे’ फिल्म की शूटिंग के लिए उदयपुर जा रहा था। हम दोनों उनके घर से निकले तो कुछ दूर जाने पर देखा कि सड़क पर ट्रैफिक जाम है। दरअसल, उस समय जयललिता चीफ मिनिस्टर थीं। वे जिस रोड से गुजरती थीं, उसे खाली करा दिया जाता था। पता चला कि वह मैडम जी के जाने का वक्त था। मुझे और रजनीकांत को पुलिस वालों ने रोका, तब रजनीकांत ने उन्हें बताया कि फ्लाइट पकड़नी है, हमें जाने दीजिए, नहीं तो छूट जाएगी। मैडम अभी निकली नहीं हैं। पुलिस वाले ने न बोला। रजनीकांत बोले- चलो पैदल चलकर आगे से टैक्सी पकड़कर निकल जाएंगे। वे जैसे सड़क पर आगे बढ़े कि दो मिनट के अंदर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। फिर तो भीड़ को बेकाबू होते देखकर पुलिस वाले ने हमें गाड़ी में बैठाकर एयरपोर्ट की तरफ रवाना कर दिया।”कहा, “मैं सुपरस्टार रजनीकांत के साथ ‘फूल बने अंगारे’, ‘इंसानियत का देवता’, ‘इंसाफ कौन करेगा’, ‘असली नकली’, ‘त्यागी’ कुल पांच फिल्में कर चुका हूं। वे एक्टर तो अच्छे हैं ही, उससे अच्छे इंसान हैं। हम दोनों मद्रास में आस-पास रहते हैं। एक बार रजनीकांत के साथ ‘फूल बने अंगारे’ फिल्म की शूटिंग के लिए उदयपुर जा रहा था। हम दोनों उनके घर से निकले तो कुछ दूर जाने पर देखा कि सड़क पर ट्रैफिक जाम है। दरअसल, उस समय जयललिता चीफ मिनिस्टर थीं। वे जिस रोड से गुजरती थीं, उसे खाली करा दिया जाता था। पता चला कि वह मैडम जी के जाने का वक्त था। मुझे और रजनीकांत को पुलिस वालों ने रोका, तब रजनीकांत ने उन्हें बताया कि फ्लाइट पकड़नी है, हमें जाने दीजिए, नहीं तो छूट जाएगी। मैडम अभी निकली नहीं हैं। पुलिस वाले ने न बोला। रजनीकांत बोले- चलो पैदल चलकर आगे से टैक्सी पकड़कर निकल जाएंगे। वे जैसे सड़क पर आगे बढ़े कि दो मिनट के अंदर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। फिर तो भीड़ को बेकाबू होते देखकर पुलिस वाले ने हमें गाड़ी में बैठाकर एयरपोर्ट की तरफ रवाना कर दिया।”
